नई दिल्ली. बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएं चला रही हैं। लड़कियों की शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना शुरू की गई। इस योजना के तहत, राज्य सरकार कुल 15,000 रुपये में लड़कियों को विभिन्न चरणों में मदद करती है। इस योजना का उद्देश्य यह है कि कोई भी अपनी बेटियों को बोझ न समझे, बल्कि उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कन्या सुमंगला योजना के तहत, राज्य सरकार बेटियों की शिक्षा का खर्च वहन करती है। इसमें जन्म के समय 2000 रुपये, एक वर्ष के टीकाकरण को पूरा करने के लिए 1000 रुपये, कक्षा -1 में प्रवेश के समय 2000 रुपये, कक्षा -6 में प्रवेश के समय 2000 रुपये, कक्षा -9 में प्रवेश के समय 3000 रुपये शामिल हैं। , और दसवीं और बारहवीं 5000 को एकमुश्त परीक्षा में उत्तीर्ण होने और दो साल या उससे अधिक की डिग्री या डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने पर दिया जाएगा। इस तरह कुल 15 हजार रुपये दिए जाते हैं।
कन्या सुमंगला योजना का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों को दिया जाएगा। साथ ही, परिवार की वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख या उससे कम होनी चाहिए। एक परिवार की अधिकतम दो लड़कियों को इस योजना का लाभ मिलेगा। यदि कोई महिला अपनी दूसरी डिलीवरी के समय जुड़वां बच्चों को जन्म देती है, तो तीसरी लड़की भी इस योजना के लिए पात्र होगी।
कन्या सुमंगला योजना के लिए Mksy.Up.Gov.In पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए माता-पिता को आधार कार्ड, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता, मोबाइल नंबर सहित आवश्यक जानकारी देनी होगी।