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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद मुहम्मद राबे हसनी नदवी की अध्यक्षता में ऑनलाइन हुई बैठक में देश भर से 45 सदस्यों को आमंत्रित किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि वरिष्ठ वकीलों और जूनियर वकीलों को बोर्ड द्वारा नियुक्त किया जाएगा।
अधिवक्ताओं की टीम शरिया जागरूकता वेब सीरीज को तैयार करेगी। वेब सीरीज का प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी बोर्ड की महिला विंग की संयोजक डॉ असमा जेहरा को दी गई। वरिष्ठ अधिवक्ता यूसुफ हातिम मचला, जफरयाब जिलानी और एमआर शमशाद ने इसमें सहयोग करने का वादा किया।
बैठक मे उर्दू और अंग्रेजी में एक कानूनी दस्तावेजी पत्रिका प्रकाशित करने का भी फैसला लिया गया। एमआर शमशाद एडवोकेट को पत्रिका का खाका तैयार कर बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी के सामने पेश करने की जिम्मेदारी दी गई। बोर्ड की वेबसाइट को अपडेट करने और इसे अधिक उपयोगी और समृद्ध बनाने का निर्णय भी लिया गया।
इसके अलावा, मुस्लिम पर्सनल लॉ से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों और आवश्यक एजेंडों पर चर्चा की गई और व्यावहारिक सुझावों और सिफारिशों को स्वीकार किया गया। बोर्ड के महासचिव मौलाना सैयद मोहम्मद वली रहमानी ने बैठक के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
बैठक में उपाध्यक्ष मौलाना फखरुद्दीन अशरफ, मौलाना जलालुद्दीन उमरी, काका सईद अहमद उमरी, कोषाध्यक्ष रियाज उमर, सचिव मौलाना महफूज उमरीन रहमानी, जफरयाब जिलानी, मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी, जस्टिस सैयद मोहम्मद शाह कादरी, मौलाना सैयद अरशद मदनी, मौलाना अतीक अहमद बस्तवी, मौलाना मोहम्मद, मौलाना रिजवान अहमद नईमी, एमआर शमशाद, ममदुआ माजिद, मोहम्मद फहद रहमानी, इंजीनियर फ़य्याज आलम, डॉ वकारुद्दीन लतीफी, हाफ़िज एहतेशाम आलम रहमानी आदि ने भाग लिया। मौलाना राबे की दुआ पर बैठक का समापन हुआ।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद मुहम्मद राबे हसनी नदवी की अध्यक्षता में ऑनलाइन हुई बैठक में देश भर से 45 सदस्यों को आमंत्रित किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि वरिष्ठ वकीलों और जूनियर वकीलों को बोर्ड द्वारा नियुक्त किया जाएगा।
अधिवक्ताओं की टीम शरिया जागरूकता वेब सीरीज को तैयार करेगी। वेब सीरीज का प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी बोर्ड की महिला विंग की संयोजक डॉ असमा जेहरा को दी गई। वरिष्ठ अधिवक्ता यूसुफ हातिम मचला, जफरयाब जिलानी और एमआर शमशाद ने इसमें सहयोग करने का वादा किया।
बैठक मे उर्दू और अंग्रेजी में एक कानूनी दस्तावेजी पत्रिका प्रकाशित करने का भी फैसला लिया गया। एमआर शमशाद एडवोकेट को पत्रिका का खाका तैयार कर बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी के सामने पेश करने की जिम्मेदारी दी गई। बोर्ड की वेबसाइट को अपडेट करने और इसे अधिक उपयोगी और समृद्ध बनाने का निर्णय भी लिया गया।
विभिन्न सामाजिक पहलुओं पर डेटा एकत्र करने के प्रस्ताव को मंजूरी
इसके अलावा, मुस्लिम पर्सनल लॉ से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों और आवश्यक एजेंडों पर चर्चा की गई और व्यावहारिक सुझावों और सिफारिशों को स्वीकार किया गया। बोर्ड के महासचिव मौलाना सैयद मोहम्मद वली रहमानी ने बैठक के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
बैठक में उपाध्यक्ष मौलाना फखरुद्दीन अशरफ, मौलाना जलालुद्दीन उमरी, काका सईद अहमद उमरी, कोषाध्यक्ष रियाज उमर, सचिव मौलाना महफूज उमरीन रहमानी, जफरयाब जिलानी, मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी, जस्टिस सैयद मोहम्मद शाह कादरी, मौलाना सैयद अरशद मदनी, मौलाना अतीक अहमद बस्तवी, मौलाना मोहम्मद, मौलाना रिजवान अहमद नईमी, एमआर शमशाद, ममदुआ माजिद, मोहम्मद फहद रहमानी, इंजीनियर फ़य्याज आलम, डॉ वकारुद्दीन लतीफी, हाफ़िज एहतेशाम आलम रहमानी आदि ने भाग लिया। मौलाना राबे की दुआ पर बैठक का समापन हुआ।