
बीबीएयू कैम्पस में कक्षाएं शुरू करने की मांग को लेकर छात्रों ने दिया धरना।
– फोटो : LKO CITY
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय को पूरी तरह खोलकर कैंपस में पढ़ाई शुरू करने की मांग तेज हो रही है। सोमवार को छात्र इस संदर्भ में कुलपति प्रो. संजय सिंह से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। वहां छात्रों की डीएसडब्ल्यू से बहस हुई और छात्र वहीं बैठ गए। थोड़ी देर बाद रजिस्ट्रार प्रो. एस विक्टर बाबू व प्रॉक्टर ने छात्रों से मिलकर उनकी बात सुनी और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। सछास के आशीष कन्नौजिया के नेतृत्व में पहुंचे छात्रों ने कहा कि कई विश्वविद्यालयों ने कैंपस में पढ़ाई शुरू कर दी है। छात्रावास आवंटन आवंटन शुरू हो गया है, लेकिन बीबीएयू में ऐसा नहीं हो रहा है। छात्रों ने कहा कि यहां ज्यादातर गरीब छात्र पढ़ते हैं। धनाभाव के चलते ये तकनीकी रूप से संपन्न नहीं हैं। ग्रामीण अंचल के होने के नाते छात्र नेटवर्क की समस्या से भी जूझ रहे हैं। ऐसे में छात्रों के भविष्य को देखते हुए विवि को पूरी तरह खोलकर पठन पाठन शुरू होना चाहिए। ऐसा न होने पर आंदोलन किया जाएगा। विवि अधिकारियों ने जल्द डीन-हेड की बैठक बुलाकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय को पूरी तरह खोलकर कैंपस में पढ़ाई शुरू करने की मांग तेज हो रही है। सोमवार को छात्र इस संदर्भ में कुलपति प्रो. संजय सिंह से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। वहां छात्रों की डीएसडब्ल्यू से बहस हुई और छात्र वहीं बैठ गए। थोड़ी देर बाद रजिस्ट्रार प्रो. एस विक्टर बाबू व प्रॉक्टर ने छात्रों से मिलकर उनकी बात सुनी और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। सछास के आशीष कन्नौजिया के नेतृत्व में पहुंचे छात्रों ने कहा कि कई विश्वविद्यालयों ने कैंपस में पढ़ाई शुरू कर दी है। छात्रावास आवंटन आवंटन शुरू हो गया है, लेकिन बीबीएयू में ऐसा नहीं हो रहा है। छात्रों ने कहा कि यहां ज्यादातर गरीब छात्र पढ़ते हैं। धनाभाव के चलते ये तकनीकी रूप से संपन्न नहीं हैं। ग्रामीण अंचल के होने के नाते छात्र नेटवर्क की समस्या से भी जूझ रहे हैं। ऐसे में छात्रों के भविष्य को देखते हुए विवि को पूरी तरह खोलकर पठन पाठन शुरू होना चाहिए। ऐसा न होने पर आंदोलन किया जाएगा। विवि अधिकारियों ने जल्द डीन-हेड की बैठक बुलाकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया।