बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती।
– फोटो : amar ujala
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उन्होंने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेकर दिल्ली आदि स्थानों पर स्थिति को सामान्य करने का अनुरोध किया है। साथ ही गणतंत्र दिवस के दिन हुए दंगे की आड़ में निर्दोष किसान नेताओं को बलि का बकरा न बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में यूपी के बीकेयू व अन्य नेताओं की आपत्ति में काफी सच्चाई है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने संसद के आज से शुरू हो रहे सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है। मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि आन्दोलित किसानों के तीन विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने की मांगे न मानने व जनहित आदि के मामलों में भी लगातार ढुलमुल रवैया अपनाने के विरोध में पार्टी राष्ट्रपति के संसद में होने वाले अभिभाषण का बहिष्कार करेगी।
उन्होंने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेकर दिल्ली आदि स्थानों पर स्थिति को सामान्य करने का अनुरोध किया है। साथ ही गणतंत्र दिवस के दिन हुए दंगे की आड़ में निर्दोष किसान नेताओं को बलि का बकरा न बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में यूपी के बीकेयू व अन्य नेताओं की आपत्ति में काफी सच्चाई है।