मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी
– फोटो : अमर उजाला
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मुख्य सचिव ने मंगलवार को लोक भवन में आयोजित प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की अच्छी प्रगति के लिए उन्होंने यूपीडा के अधिकारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि माइल स्टोन-2 के लिए निर्धारित लक्ष्य 35 प्रतिशत के सापेक्ष 46 प्रतिशत काम हो गया है। गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण के कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। मौके पर यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बैठक में बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का करीब 46 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है।
एक्सप्रेस-वे का मुख्य कैरिजवे की एक साइड पर यातायात 28 फवरी 2022 तक खोला जाएगा। दोनों साइड पर 30 अप्रैल 2022 तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे का संपूर्ण कार्य 30 सितंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। मुख्य कैरिज-वे को 30 अप्रैल 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अवस्थी ने बताया कि गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज-वे का निर्माण मार्च 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण और खरीद का कार्य तेजी से चल रहा है। एक्सप्रेस-वे से संबंधित 12 जिलों के जिलाधिकारियों को भूमि खरीद के लिए राशि उपलब्ध कराई है। हर जिले में पहली सौ रजिस्ट्री कराने वाले सौ-सौ किसानों को शनिवार को कैम्प लगाकर जनप्रतिनिधियों से सम्मानित कराया जाएगा। डिफेंस कॉरीडोर में अब तक 16 कंपनियों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग की सचिव नीना शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
प्रदेश में अगले साल तक पश्चिम से लेकर पूर्वांचल तक एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण इस साल अक्तूबर तक पूरा हो जाएगा जबकि वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण मार्च 2022 और बुंदेलखंड एक्सप्रेेस-वे का निर्माण सितंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला गंगा एक्सप्रेस-वे भी धरातल पर रफ्तार पकड़ लेगा। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने एक्सप्रेस-वे के कार्य गुणवत्ता के साथ समयबद्ध पूरे करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने मंगलवार को लोक भवन में आयोजित प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की अच्छी प्रगति के लिए उन्होंने यूपीडा के अधिकारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि माइल स्टोन-2 के लिए निर्धारित लक्ष्य 35 प्रतिशत के सापेक्ष 46 प्रतिशत काम हो गया है। गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण के कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। मौके पर यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बैठक में बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का करीब 46 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है।
एक्सप्रेस-वे का मुख्य कैरिजवे की एक साइड पर यातायात 28 फवरी 2022 तक खोला जाएगा। दोनों साइड पर 30 अप्रैल 2022 तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे का संपूर्ण कार्य 30 सितंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। मुख्य कैरिज-वे को 30 अप्रैल 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अवस्थी ने बताया कि गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज-वे का निर्माण मार्च 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण और खरीद का कार्य तेजी से चल रहा है। एक्सप्रेस-वे से संबंधित 12 जिलों के जिलाधिकारियों को भूमि खरीद के लिए राशि उपलब्ध कराई है। हर जिले में पहली सौ रजिस्ट्री कराने वाले सौ-सौ किसानों को शनिवार को कैम्प लगाकर जनप्रतिनिधियों से सम्मानित कराया जाएगा। डिफेंस कॉरीडोर में अब तक 16 कंपनियों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग की सचिव नीना शर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।