[ad_1]
- Hindi News
- Jeevan mantra
- Dharm
- Chaitra Navratri From April 2, This Time The Horse Will Be The Vehicle Of The Goddess, It Is Auspicious To Have A Full Nine day Goddess Festival Due To The Absence Of Date.
2 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से शुरू होगी जो 10 तारीख को खत्म होगी। इस साल देवी आराधना पूरे नौ दिन की जाएगी क्योंकि नवरात्रि में किसी भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है। ये अपने आप में शुभ संयोग है। चैत्र नवरात्रि में खरीदारी के कई मुहूर्त मिलेंगे। साथ ही इन दिनों में मंगल और बुध का राशि परिवर्तन होना भी शुभ संयोग है। मौसम परिवर्तन के समय इन नौ दिनों में व्रत-उपवास करना सेहत के लिए अच्छा रहेगा। साथ ही इन दिनों में देवी आराधना से शक्ति बढ़ती है।
9 दिन का देवी पर्व होना शुभ
नवरात्रि चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होगी। इस बार किसी भी तिथि का क्षय नहीं होने से पूरे नौ दिन आराधना होगी। डॉ. मिश्र बताते हैं कि नवरात्रि में तिथि क्षय नहीं होना शुभ संयोग है। इन नौ दिनों में देवी आराधना से सुख और समृद्धि बढ़ती है। मां दुर्गा को सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी कहा गया है। इसलिए नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। जो हर मनोकामना पूरी करने वाले और हर तरह के दोष खत्म होने वाले होते हैं।
दुर्गाष्टमी 9 और महानवमी 10 को
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि हर नवरात्र में मां दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं और विदाई के वक्त भी वाहन अलग होता है। इस बार देवी दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी और भैंसे पर सवार होकर जाएंगी। देवी के दोनों वाहन देश में विवाद, तनाव, दुर्घटनाएं और प्राकृतिक आपदाओं की ओर संकेत कर रहे हैं। इसलिए देवी आराधना से अशुभ फल में कमी आ सकती है। इस बार महाअष्टमी 9 अप्रैल और महानवमी 10 तारीख को मनाई जाएगी।
ब्रह्म मुहूर्त में घट स्थापना शुभ
नवरात्र के पहले दिन वैधृति योग होता है। ग्रंथों में बताया गया है इस योग में घट स्थापना नहीं करनी चाहिए। इस बार दोपहर में ये अशुभ योग शुरू होगा। इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में घट स्थापना करना शुभ रहेगा। कुछ विद्वानों का कहना है कि अगर ब्रह्म मुहूर्त में घट स्थापना न कर सकें तो अभिजित मुहूर्त में कर सकते हैं।
[ad_2]
Source link