प्रवर्तन दल का छापा, चार गोदामों से ३८ कुंतल प्रतिबंधित प्लास्टिक किया जब्त -कुल ७०.२ हजार रुपए का लगाया जुर्माना:
नगर निगम की ओर से प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग न करने के लिए कई बार जागरुकता अभियान चलाया गया। यहीं वजह हैं कि कई बार प्रवर्तन दल की ओर से प्रतिबंधित पॉलीथिन जब्त कर दुकानदारों को सिर्फ हिदायत देकर छोड़ दिया गया कि वह प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग न करें। इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी लोगों को लगातार जानकारी दी गयी। बावजूद इसके न तो प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग करना बंद हुआ और न ही इसके व्यवसाय पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सका। यहीं वजह है कि आज भी चोरी-छिपे पॉलीथिन का प्रयोग जारी है। पूर्व में नगर आयुक्त रहे आशुतोष द्विवेदी के समय प्रतिबंधित पॉलीथिन के खिलाफ जबरदस्त अभियान चलाकर इस पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया गया। मगर उनके जाने के बाद से ही यह अभियान थोड़ा शिथिल पड़ गया। यहीं वजह है कि फिर से पॉलीथिन का प्रयोग शहर में दिखने लगा। नहीं तो उस समय ठेले व दुकानों से पॉलीथिन लगभग गायब था, लोगों द्वारा कपड़े के झोले का प्रयोग किया जाने लगा था। प्रवर्तन दल ने सावन के शुरुआत में फिर से एक बार बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार की सुबह साढ़े पांच बजे लहरतारा बऊलिया क्षेत्र में अहमदाबाद यूपी लॉजीस्टिक के दो गोदामों और सूरज ट्रांसपोर्ट के दो गोदामों पर छापेमारी करते हुए १२६ बोरे कुल ३८ कुंतल प्रतिबंधित प्लास्टिक के थैले जब्त किया। प्रतिबंध के बावजूद प्लास्टिक विक्रय करने के एवज में चारों गोदामों से क्रमश: २५ हजार, २५ हजार, १५ हजार व पांच हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया। वहीं दोबारा प्लास्टिक इस्तेमाल करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी। इसके अतिरिक्त गंदगी फैलाने पर एक दुकानदार को दो सौ रुपए का जुर्माना लगाते हुए डस्टबिन का इस्तेमाल करने के लिए सख्त चेतावनी दी। इस प्रकार प्रवर्तन दल ने कुल ७० हजार दो सौ रुपए का जुर्माना वसूल किया।