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नई दिल्ली/बेंगलुरुएक घंटा पहले
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देश में इमरजेंसी यूज के लिए फाइजर और एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की रिव्यू प्रोसेस को तेज कर दिया गया है। न्यूज एजेंसी ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि वैक्सीन की मास सप्लाई के लिए सरकार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) से काफी उम्मीदें हैं। SII ने सोमवार को ही कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड के इमरजेंसी यूज की अनुमति मांगी है। वहीं, फाइजर ने 4 दिसंबर को इसके लिए अप्लाई किया है।
अधिकारियों ने बताया कि रिव्यू की प्रक्रिया चल रही है। यह सीरम के लिए भी लागू होती है। यह समय की जरूरत है। इसलिए हमें इसे जितनी जल्दी हो सके, पूरा करना होगा।
SII पहली स्वदेशी कंपनी
SII ने कोवीशील्ड के इमरजेंसी यूज की अनुमति मांगी है। इसी के साथ सीरम इंस्टीट्यूट देश की पहली स्वदेशी कंपनी बन गई है, जो कोरोना वैक्सीन को मार्केट में लॉन्च करने को तैयार है। कंपनी के सीईओ ने सोशल मीडिया पर बताया कि कंपनी के इस कदम से अनगिनत लोगों की जान बच सकती है।
वैक्सीन 90% इफेक्टिव
ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका ने पिछले महीने ही बताया था कि यूके और ब्राजील में किए गए परीक्षणों में वैक्सीन (AZD1222) काफी असरदार पाई गई। आधी डोज दिए जाने पर वैक्सीन 90% तक इफेक्टिव मिली। इसके बाद दूसरे महीने में फुल डोज दिए जाने पर 62% असरदार देखी गई। इसके एक महीने बाद दो फुल डोज देने पर वैक्सीन का असर 70% देखा गया। ये वैक्सीन पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रहा है।
फाइजर ने 4 दिसंबर को अप्रूवल मांगा था
4 दिसंबर को अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भारतीय ड्रग कंट्रोलर से अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अप्रूवल मांगा था। फाइजर की वैक्सीन लगाए जाने को UK और बहरीन ने मंजूरी दे दी है। भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि देश में कोई भी वैक्सीन तभी लाई जाएगी, जब वह यहां क्लीनिकल ट्रायल्स पूरे कर ले।
3 देशों ने अप्रूवल दिए
कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में चीन ने 4, रूस ने 2 और UK ने 1 वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल दे दिए हैं। उधर, भारत प्री-ऑर्डर में वह सबसे आगे है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीन को लेकर पिछले कुछ समय से काफी सक्रिय हैं। 28 नवंबर को मोदी ने अहमदाबाद, पुणे और हैदराबाद की कंपनियों में जाकर वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लिया था। 30 नवंबर को उन्होंने कुछ कंपनियों के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। 4 दिसंबर को उन्होंने वैक्सीन पर बात करने के लिए ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी।
कोवैक्सिन का तीसरे फेज का ट्रायल शुरू
चेन्नई के एसआरएम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर ने सोमवार को कोवैक्सिन के तीसरे फेज के ह्यूमन ट्रायल की शुरुआत होने का ऐलान किया। इसे भारत बायोटेक द्वारा तैयार किया जा रहा है। बयान में बताया गया कि तीसरे फेज में एक हजार से 15 सौ वॉलंटियर्स पर परीक्षण किया जाएगा।
5 प्रमुख वैक्सीन का स्टेटस
वैक्सीन | स्थिति | कब आएगी/क्या चल रहा | कीमत प्रति डोज |
मॉडर्ना (अमेरिका) | इमरजेंसी यूज की तैयारी, 94.5% तक असरदार | इसी महीने आ सकती है | 1850-2750 रु |
फाइजर (अमेरिका) | इमरजेंसी यूज की अनुमति मांगी, 95% तक असरदार | इमरजेंसी अप्रूवल मांगा | 1450 रु |
ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका (ब्रिटेन) | UK-ब्राजील में परीक्षणों में 90% तक असरदार | इमरजेंसी अप्रूवल मांगा | 500-600 रु |
कोवैक्सिन (भारत) | तीसरा ट्रायल शुरू | करीब 26 हजार लोगों पर ट्रायल होगा | – |
स्पुतनिक V (रूस) | दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल जारी | दो डोज की खुराक दी जाएगी | अभी तय नहीं |
(नोट: वैक्सीन के 2 डोज जरूरी होंगे)