न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अयोध्या
Updated Tue, 26 Jan 2021 10:48 AM IST
मस्जिद के लिए शिलान्यास के पहले किया गया पौधरोपण व इनसेट में मस्जिद का मॉडल।
– फोटो : amar ujala
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बता दें कि इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को मिट्टी की जांच करने का काम शुरू हो गया। दोपहर बाद पहुंची गुंजन स्वायल कंपनी द्वारा निर्धारित पांच एकड़ में तीन स्थानों पर स्वायल टेस्टिंग के लिए स्थान चिह्नित किया गया है। इसमें एक स्थान से मिट्टी निकाली गई है साथ ही अन्य दो स्थानों से मिट्टी निकाली जाएगी। यह काम तीन दिन तक चलेगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अयोध्या के धन्नीपुर के पांच एकड़ भूमि पर इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से मस्जिद समेत हॉस्पिटल व कल्चरल काम्पलेस की स्थापना की जानी है। इन सभी के निर्माण की तैयारी फाउंडेशन ने शुरू कर दी है। इंडो इस्लामिक कल्चलर ने नींव की खुदाई से पहले मिट्टी का परीक्षण कराने का निर्णय लिया है। इसकी जिम्मेदारी गुंजन स्वायल कंपनी को दी गई है।
सोमवार को दोपहर बाद गुंजन स्वायल कंपनी धन्नीपुर के पांच एकड़ भूमि पर पहुंचकर तीन स्थानों को चिह्नित किया है। तीनों स्थानों से अलग-अलग मिट्टी ली जाएगी। इसमें एक स्थान से सोमवार को मिट्टी ली गई है। शेष अन्य स्थानों से आज (मंगलवार) को मिट्टी ली जाएगी। यह कार्य तीन दिन तक चलेगा।
उन्होंने बताया है कि पहले मिट्टी परीक्षण का कार्य 50 सेमी. की गहराई से शुरू होकर 20 मीटर तक जाएगी। पहले 50 सेमी., फिर एक मीटर, फिर ढाई मीटर, फिर चार मीटर, फिर पांच मीटर, फिर सात मीटर से लेकर 20 मीटर तक जाएंगे। उन्होंने बताया है कि मिट्टी की जांच गुंजन स्वायल लैब में की जाएगी। इसकी जांच रिपोर्ट 15 दिन में आ जाएगी। इसके तहत वाटर लेबल व मौजूद साल्ट की जांच होगी। जिस जगह पर हमको लोड अच्छा मिलेगा वहां हम जाकर रुकेंगे। उन्होंने बताया है कि जहां पर पाइलिंग होगी वहां पाइलिंग देंगे, जहां पर फाउंडेशन होगा वहां पर दूसरा फाउंडेशन देंगे। दोनों के मिलान के बाद रिपोर्ट तैयार होगी।
अयोध्या के धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा अयोध्या विकास प्राधिकरण से पास कराया जाएगा। इंडो इस्लामिक कल्चरल के सचिव अतहर हुसैन ने बताया है कि नक्शा दिल्ली से मंगाया गया है। नक्शा पर हस्ताक्षर करने के बाद आर्किटेक्ट को भेज दिया जाएगा। अर्किटेक्ट विकास प्राधिकरण में जाकर नक्शा दाखिल करेंगे। उन्होंने बताया है कि मिट्टी की जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद नक्शा दाखिल किया जाएगा।
बता दें कि इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को मिट्टी की जांच करने का काम शुरू हो गया। दोपहर बाद पहुंची गुंजन स्वायल कंपनी द्वारा निर्धारित पांच एकड़ में तीन स्थानों पर स्वायल टेस्टिंग के लिए स्थान चिह्नित किया गया है। इसमें एक स्थान से मिट्टी निकाली गई है साथ ही अन्य दो स्थानों से मिट्टी निकाली जाएगी। यह काम तीन दिन तक चलेगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अयोध्या के धन्नीपुर के पांच एकड़ भूमि पर इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से मस्जिद समेत हॉस्पिटल व कल्चरल काम्पलेस की स्थापना की जानी है। इन सभी के निर्माण की तैयारी फाउंडेशन ने शुरू कर दी है। इंडो इस्लामिक कल्चलर ने नींव की खुदाई से पहले मिट्टी का परीक्षण कराने का निर्णय लिया है। इसकी जिम्मेदारी गुंजन स्वायल कंपनी को दी गई है।
सोमवार को दोपहर बाद गुंजन स्वायल कंपनी धन्नीपुर के पांच एकड़ भूमि पर पहुंचकर तीन स्थानों को चिह्नित किया है। तीनों स्थानों से अलग-अलग मिट्टी ली जाएगी। इसमें एक स्थान से सोमवार को मिट्टी ली गई है। शेष अन्य स्थानों से आज (मंगलवार) को मिट्टी ली जाएगी। यह कार्य तीन दिन तक चलेगा।
15 दिन में आ जाएगी मिट्टी की रिपोर्ट
उन्होंने बताया है कि पहले मिट्टी परीक्षण का कार्य 50 सेमी. की गहराई से शुरू होकर 20 मीटर तक जाएगी। पहले 50 सेमी., फिर एक मीटर, फिर ढाई मीटर, फिर चार मीटर, फिर पांच मीटर, फिर सात मीटर से लेकर 20 मीटर तक जाएंगे। उन्होंने बताया है कि मिट्टी की जांच गुंजन स्वायल लैब में की जाएगी। इसकी जांच रिपोर्ट 15 दिन में आ जाएगी। इसके तहत वाटर लेबल व मौजूद साल्ट की जांच होगी। जिस जगह पर हमको लोड अच्छा मिलेगा वहां हम जाकर रुकेंगे। उन्होंने बताया है कि जहां पर पाइलिंग होगी वहां पाइलिंग देंगे, जहां पर फाउंडेशन होगा वहां पर दूसरा फाउंडेशन देंगे। दोनों के मिलान के बाद रिपोर्ट तैयार होगी।
मिट्टी की जांच के बाद पास होगा नक्शा
अयोध्या के धन्नीपुर मस्जिद का नक्शा अयोध्या विकास प्राधिकरण से पास कराया जाएगा। इंडो इस्लामिक कल्चरल के सचिव अतहर हुसैन ने बताया है कि नक्शा दिल्ली से मंगाया गया है। नक्शा पर हस्ताक्षर करने के बाद आर्किटेक्ट को भेज दिया जाएगा। अर्किटेक्ट विकास प्राधिकरण में जाकर नक्शा दाखिल करेंगे। उन्होंने बताया है कि मिट्टी की जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद नक्शा दाखिल किया जाएगा।