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14 घंटे पहले
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- गुड फ्राइडे पर चर्च और घरों से हटा लेते है सजावट, इस दिन ईसा के आखिरी सात वाक्यों को पढ़ा और सुनाया जाता है
गुड फ्राइडे के नाम में भले ही गुड यानी किसी अच्छे की अनुभूति हो, लेकिन इस दिन का इतिहास दुखदायी है, क्योंकि इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था, लेकिन ईश्वर के इस पुत्र ने तब भी प्रभु से यही प्रार्थना की थी कि हे ईश्वर इन्हें माफ करना ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं। बाइबिल के मुताबिक, उस दिन शुक्रवार यानी फ्राइडे था। इस बार यह 2 अप्रैल को मनाया जाएगा।
संडे को दोबारा जीवित हुए थे ईसा मसीह
गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी संडे को ईसा मसीह दोबारा जीवित हो गए थे और 40 दिन तक लोगों के बीच जाकर उपदेश देते रहे। उनके दोबारा जीवित होने की इस घटना को ईस्टर संडे के रूप में मनाते हैं। इस बार यह 4 अप्रैल को है। ईस्टर की प्रेयर सुबह की जाती है, क्योंकि इसी वक्त यीशु का पुनरुत्थान हुआ था। इसे सनराइज सर्विस कहते हैं।
40 दिन पहले शुरू हो जाता है फास्ट
अनेक लोग इस बलिदान के लिए ईसा मसीह की कृतज्ञता जताते हुए 40 दिन पहले से फास्ट भी रखते हैं जो लेंट कहलाता है। कुछ लोग केवल शुक्रवार को ही व्रत रखकर प्रार्थना करते हैं। गुड फ्राइडे के दिन भक्त उपवास के साथ प्रार्थना और दान करते हैं। इस दिन चर्च और घरों से सजावट की वस्तुएं हटा ली जाती हैं। गुड फ्राइडे के दिन ईसा के अंतिम सात वाक्यों की व्याख्या की जाती है जो क्षमा, मेल-मिलाप, सहायता और त्याग पर केंद्रित है।
इसलिए कहा जाता है गुड फ्राइडे
गुड फ्राइडे को गुड इसलिए कहा जाता है, क्योंकि ईसा मसीह ने अपने बलिदान से मानव जाति को पाप और दंड मुक्त कर दिया था। अपनी मृत्यु के बाद पुन: जीवन धारण कर उन्होंने यह संदेश दिया कि हे मानव मैं सदा तुम्हारे साथ हूं और तुम्हारी भलाई करना मेरा उद्देश्य है। यहां गुड का मतलब हॉली (अंग्रेजी शब्द) यानी पवित्र से है, इसलिए इस गुड फ्राइडे को हॉली फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं।