लखनऊ, Coronavirus Lucknow News Update: उत्तर प्रदेश में कोरोना का प्रकोप कायम है। बुधवार को राजाधानी स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में भर्ती तीन मरीजों की मौत हो गई। तीनों बुजुर्ग वर्ग के हैं और केजीएमयू में इलाज चल रहा था। इसमें से दो राजधानी निवासी है। जिसमें सहादतगंतज निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग हैं, जो डायबिटीज और फेफड़े की बीमारी से ग्रसित थे। कोरोना की चपेट में आने पर स्थिति और बिगड़ गई। वेंटिलेटर पर इलाज चला। मगर, उन्हें बचाया नहीं जा सका। वहीं, दूसरी मौलवीगंज की 70 वर्षीय महिला है। उधर, गोंडा के साहबगंज निवासी बुजुर्ग की मौत हुई है। ऐसे में लखनऊ में अब तक मरने वालों की कुल संख्या ग्यारह हो गई है। वहीं, राजधानी के दो अस्पतालों से 22 मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं।
13 जून को हुए थे केजीएमयू में भर्ती
सहादतगंतज निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग वायरस की पुष्टि होने पर 13 जून को केजीएमयू में भर्ती हुए। हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। बुधवार सुबह मरीज की मौत हो गई। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक बुजुर्ग डायबिटीज से पीड़ित थे। वहीं उनमें फेफड़े की आइएलडी बीमारी भी थी। लिहाजा, कमजोर फेफड़ों पर वायरस हावी हो गया है। डायबिटीज की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम थी। ऐसे में काफी प्रयास के बावजूद बुजुर्ग को बचाया नहीं जा सका। लिहाजा, हाई रिस्क ग्रुप के व्यक्ति वायरस को लेकर सतर्क रहें। 10 वर्ष से कम बच्चे, डायबिटीज, हृदय रोगी, किडनी रोगी, कैंसर रोगी, बुजुर्ग बाजार में बेवजह जानें से बचें। आवश्यक होने पर मास्क लगाकर ही घर से निकलें।
जून माह में टूटा रिकॉर्ड
बता दें, मंगलवार का दिन राजधानीवासियों के लिए मंगल साबित नहीं हुआ। एक दिन में सर्वाधिक कोरोना मरीज मिलने का रिकॉर्ड तोड़ते हुए शहर में 66 नए संक्रमित पाए गए। इनमें से 43 जवान सिर्फ पीएसी के हैं। वहीं, आठ मरीज सीएम हेल्पलाइन दफ्तर के हैं। दो उनके परिवारजन भी हैं। इसके अलावा एक पूर्व मंत्री, तीन पत्रकार, दो मरीज अंशल के, तीन आलमबाग के, एक-एक मरीज क्रमश: ठाकुरगंज, आइआइएम रोड, कुर्सीरोड व लोहिया संस्थान में पाए गए हैं। इससे पहले एक दिन में सर्वाधिक 56 मरीज 18 अप्रैल को पाए गए थे। मंगलवार को एक साथ इतने मरीजों में कोरोना की पुष्टि होने से स्वास्थ्य विभाग के भी होश उड़ गए हैं। अब राजधानी में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 669 तक पहुंच गई है।
पीएसी में कैसे फूटा कोरोना बम
जानकारी के अनुसार, पीएसी की बटालियन राजधानी के पॉलीटेक्निक कॉलेज में कैंप कर रही है। इसमें गाजियाबाद व मेरठ से भी जवान आए हुए हैं। सात जून को 47वीं वाहिनी की यह बटालियन राजधानी आई थी। एक मरीज में लक्षण दिखने पर 13 जून को जांच कराए जाने पर अगले दिन उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद ही अन्य जवानों की जांच कराई गई, मंगलवार को एक साथ 43 जवान पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया। इन पीएसी जवानों को आरएसएम व लोहिया संस्थान में भर्ती कराया गया है। वहीं, 60 अन्य जवानों को क्वारंटाइन किया गया है।
सीएम हेल्पलाइन दफ्तर के अब तक 88 मरीज पॉजिटिव
मंगलवार को सीएम हेल्पलाइन के आठ अन्य मरीज मिलने से अब यहां कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 88 पहुंच गई है। इससे पहले यहां के 80 लोग कोरोना संक्रमित मिले थे। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार को सर्वाधिक 43 संक्रमित पीएसी के जवान मिले हैं। जबकि बाकी हेल्पलाइन व अन्य जगहों के हैं। इनके संपर्क में आए अन्य लोगों का ब्योरा जुटाकर नमूने लिए जाएंगे।