लखनऊ: कोरोना के खिलाफ जिस तरह से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जंग लड़ी है, उसकी हर तरफ सराहना हो रही है। यह अपने आप में हैरत की बात है कि कट्टर हिंदूवादी छवि के माने जाने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यों की तारीफ दुश्मन देश पाकिस्तान में भी हो रही है।
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार द डॉन के संपादक फहद हुसैन ने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की तुलना वहां के हालात से करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि यूपी के फैसलों से सीखें और महाराष्ट्र की गलतियों से सबक लेना होगा।
यह बात कई बार कही जाती रही है कि उत्तर प्रदेश की आबादी इतनी अधिक है, जितनी दुनिया के कुछ ही देशों की है। अब इसी लाइन पर आगे बढ़ते हुए पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन के स्थानीय संपादक फहद हुसैन ने कोरोना संक्रमण के असर को लेकर यूपी की तुलना अपने देश पाकिस्तान से की है। उन्होंने एक ग्राफ साझा करते हुए लिखा है कि इसे गौर से देखें। पाकिस्तान और भारत के राज्य उत्तर प्रदेश की मृत्यु दर की तुलना करें, जबकि जनसंख्या और साक्षरता दर लगभग समान है।
While Indian state of UP has lower mortality rate than Pakistan, Maharashtra has higher rate despite younger population & higher GDP/capita. We must know what UP did right & Maharashtra did wrong to learn right lessons (2/2)#COVIDー19 @zfrmrza @DrMusadikMalik @Rashidlangrial
— Fahd Husain (@Fahdhusain) June 7, 2020
गौर करने वाली बात है कि पाकिस्तान का प्रति किलोमीटर जनसंख्या घनत्व यूपी से कम और जीडीपी प्रति कैपिटा अधिक है। उन्होंने लिखा है कि यूपी ने लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया, जबकि हम (पाकिस्तान) नहीं कर सके। लिहाजा, मृत्यु दर में अंतर सामने है। अपने ट्वीट में विदेशी संपादक ने महाराष्ट्र की तुलना भी की है। साथ ही लिखा है कि यूपी में मृत्यु दर जहां पाकिस्तान से कम है, वहीं महाराष्ट्र में ज्यादा, जबकि वहां युवा आबादी और जीडीपी प्रति कैपिटा अधिक है। हमें यह जानना चाहिए कि उत्तर प्रदेश ने क्या सही फैसले किए और महाराष्ट्र ने क्या गलतियां कीं।