तिरुवनंतपुरम केरल के पलक्कड़ जिले में गर्भवती हथिनी की मौत को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा है कि तीन संदिग्धों के मद्देनजर जांच चल रही है। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने ट्वीट करके कहा,’पलक्कड़ जिले में एक दुखद घटना में एक गर्भवती हथिनी की जान चली गई। 3 संदिग्धों पर ध्यान रखते हुए इसकी जांच जारी है। हम दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।’
विजयन ने इसे लेकर कई ट्वीट किए। उन्होंने इन ट्वीटस में कहा, ‘ मामले को लेकर आपमें से बहुत लोगों ने हमसे संपर्क किय है। हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि आपकी चिंताएं व्यर्थ नहीं जाएंगी। न्याय की जीत होगी। मामले की जांच जारी है। पुलिस और वन विभाग संयुक्त रूप से घटना की जांच करेंगे। जिला पुलिस प्रमुख और जिला वन अधिकारी ने आज घटनास्थल का दौरा किया। हम दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।’
In a tragic incident in Palakkad dist, a pregnant elephant has lost its life. Many of you have reached out to us. We want to assure you that your concerns will not go in vain. Justice will prevail.
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) June 4, 2020
We will also try to address the causes behind the increased incidences of Human-wildlife conflict. Climate change could be adversely affecting both the local communities & animals.
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) June 4, 2020
Kerala is a society that respects the outrage against injustice. If there is any silver lining in this, it is that we now know that we can make our voices heard against injustice. Let us be that people who fight injustice in all its forms; everytime, everywhere.
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) June 4, 2020
मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं ध्यान देने का प्रयास होगा
विजयन ने आगे कहा, ‘ हम मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं के पीछे के कारणों पर ध्यान देने का प्रयास करेंगे। जलवायु परिवर्तन स्थानीय समुदायों और जानवरों दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। हम इस बात से दुखी हैं कि कुछ लोगों ने इस त्रासदी का इस्तेमाल घृणा फैलाने के लिए किया है। केरल एक ऐसा समाज है जो अन्याय के खिलाफ उठने वाली आवाज का सम्मान करता है। इस घटना में कुछ अच्छा है तो वह यह है कि हमें पता चल गया है कि हम दूसरों को अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज सुना सकते हैं। आइये ऐसे इंसान बनें जो हर वक्त, हर जगह और किसी भी तरह के अन्याय के खिलाफ आवाज उठाए।’