पीएम नरेंद्र मोदी व कुंवर दिव्यांश सिंह।
– फोटो : amar ujala
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प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत से उत्साहित दिव्यांश ने मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ने हमें प्रेरित और उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि साल में एक जीवनी जरूर पढ़ें और जीवन को बेहतर बनाने के लिए जो भी विचार मन में आएं उन पर अमल करें और असफल होने से कभी न डरें। दिव्यांश ने बताया कि पहले तो काफी घबराहट हो रही थी लेकिन जब बातचीत शुरू हुई तो बहुत अच्छा लगा।
बता दें कि बाराबंकी निवासी 16 वर्षीय कुंवर दिव्यांश सिंह को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। जिस पर पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात कर दिव्यांश को आशीर्वाद दिया और उनका उत्साह बढ़ाया। दिव्यांश को यह पुरस्कार तीन साल पहले अपनी बहन की सांड़ के हमले से भिड़कर जान बचाने के लिए दिया जा रहा है। इससे पहले भी दिव्यांश को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व राज्यपाल रामनाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित कर चुके हैं।
इस दौरान उसके दाहिना हाथ में चार जगह फ्रैक्चर हो गया। कुंवर की इस बहादुरी की चर्चा पूरे प्रदेश में हुई थी। तीन साल बाद उसे राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया।
दिव्यांश को इससे पहले भी 2018 में राष्ट्रीय बाल कल्याण परिषद द्वारा ‘रानी लक्ष्मीबाई वीरता’ पुरस्कार मुख्यमंत्री द्वारा दिया जा किया जा चुका है। वर्ष 2019 में जीवन रक्षा पदक से नवाजा जा चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत से उत्साहित दिव्यांश ने मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ने हमें प्रेरित और उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि साल में एक जीवनी जरूर पढ़ें और जीवन को बेहतर बनाने के लिए जो भी विचार मन में आएं उन पर अमल करें और असफल होने से कभी न डरें। दिव्यांश ने बताया कि पहले तो काफी घबराहट हो रही थी लेकिन जब बातचीत शुरू हुई तो बहुत अच्छा लगा।
बता दें कि बाराबंकी निवासी 16 वर्षीय कुंवर दिव्यांश सिंह को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। जिस पर पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात कर दिव्यांश को आशीर्वाद दिया और उनका उत्साह बढ़ाया। दिव्यांश को यह पुरस्कार तीन साल पहले अपनी बहन की सांड़ के हमले से भिड़कर जान बचाने के लिए दिया जा रहा है। इससे पहले भी दिव्यांश को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व राज्यपाल रामनाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित कर चुके हैं।
ये था पूरा मामला
इस दौरान उसके दाहिना हाथ में चार जगह फ्रैक्चर हो गया। कुंवर की इस बहादुरी की चर्चा पूरे प्रदेश में हुई थी। तीन साल बाद उसे राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया।
दिव्यांश को इससे पहले भी 2018 में राष्ट्रीय बाल कल्याण परिषद द्वारा ‘रानी लक्ष्मीबाई वीरता’ पुरस्कार मुख्यमंत्री द्वारा दिया जा किया जा चुका है। वर्ष 2019 में जीवन रक्षा पदक से नवाजा जा चुका है।