जुगल किशोर ज्वैलर्स।
– फोटो : amar ujala
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अमीनाबाद के लाला जुगल किशोर ज्वेलर्स में बृहस्पतिवार रात हुई करोड़ों की चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस की 10 टीमें पड़ताल में लगी थीं। ज्वैलर्स के चार कर्मचारियों को संदिग्ध मान उनकी कुंडली खंगाली गई है। पुलिस ने रविवार देर रात को इस मामले में तीन लोगों को दबोच लिया है। पकड़े गये आरोपियों में शेरा, अंसार और शोएब शामिल हैं।
तीनों मेहबूब नगर सआदतगंज में रहते थे। उनके पास से चोरी हुए जेवरात व नकदी भी बरामद हुआ है। इस मामले के खुलासे के लिए 25 मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर काम शुरू किया गया। चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस ने पूरे अमीनाबाद बाजार के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसमें कुछ संदिग्ध युवक दिखे हैं, जिनकी संख्या पांच बताई गई।
वहीं, फुटेज में दिखी एक संदिग्ध कार की भी जानकारी जुटाई जा रही थी। तीन टीमें लगातार पास के जिलों में डेरा डाले थीं। सात टीमें कमिश्नरेट इलाके में पड़ताल कर रही थीं। एक टीम को जेल भेजकर कुछ शातिर चोर गिरोह के लोगों से पूछताछ की गई। पुलिस को उनसे अहम जानकारियां मिली हैं।
एडीसीपी पश्चिम राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक आसपास के जिलों में सक्रिय चोरों के गिरोह की कुंडली खंगाली गई। दु़कान में काम करने वाले नए व पुराने कर्मचारियों के बारे में भी जानकारी हासिल की गई जिसमें से चार को संदिग्ध माना जा रहा था। पुलिस उनके पुराने इतिहास को खंगालने में जुटी थी।
अमीनाबाद के लाला जुगल किशोर ज्वेलर्स में बृहस्पतिवार रात हुई करोड़ों की चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस की 10 टीमें पड़ताल में लगी थीं। ज्वैलर्स के चार कर्मचारियों को संदिग्ध मान उनकी कुंडली खंगाली गई है। पुलिस ने रविवार देर रात को इस मामले में तीन लोगों को दबोच लिया है। पकड़े गये आरोपियों में शेरा, अंसार और शोएब शामिल हैं।
तीनों मेहबूब नगर सआदतगंज में रहते थे। उनके पास से चोरी हुए जेवरात व नकदी भी बरामद हुआ है। इस मामले के खुलासे के लिए 25 मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर काम शुरू किया गया। चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस ने पूरे अमीनाबाद बाजार के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसमें कुछ संदिग्ध युवक दिखे हैं, जिनकी संख्या पांच बताई गई।
वहीं, फुटेज में दिखी एक संदिग्ध कार की भी जानकारी जुटाई जा रही थी। तीन टीमें लगातार पास के जिलों में डेरा डाले थीं। सात टीमें कमिश्नरेट इलाके में पड़ताल कर रही थीं। एक टीम को जेल भेजकर कुछ शातिर चोर गिरोह के लोगों से पूछताछ की गई। पुलिस को उनसे अहम जानकारियां मिली हैं।
एडीसीपी पश्चिम राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक आसपास के जिलों में सक्रिय चोरों के गिरोह की कुंडली खंगाली गई। दु़कान में काम करने वाले नए व पुराने कर्मचारियों के बारे में भी जानकारी हासिल की गई जिसमें से चार को संदिग्ध माना जा रहा था। पुलिस उनके पुराने इतिहास को खंगालने में जुटी थी।