पीलीभीत में रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते सीआरएस और अन्य अधिकारी।
– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, बरेली
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पीलीभीत। बरेली रेल खंड पर विद्युतीकरण का काम जनवरी में पूरा होने के बाद इसको परखने के लिए रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने रविवार को निरीक्षण किया। बरेली सिटी से 55 किलोमीटर लंबे रेल खंड का आठ घंटे में निरीक्षण पूरा हुआ। शाम को पीलीभीत से स्पीड ट्रायल किया गया। अधिकारियों के मुताबिक विद्युतीकरण का काम संतोषजनक मिला है। ऐसे में होली तक इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने की उम्मीद है। विद्युत लाइन की क्षमता देखने के लिए सीआरएस ने इलेक्ट्रिक लोको लगी स्पेशल ट्रेन से 118 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रायल किया। इसमें 48 मिनट का समय लगा।
बरेली रेल खंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों को दौड़ने के लिए फरवरी 2020 में विद्युतीकरण का काम 66.5 करोड़ की लागत से शुरू हुआ था। कार्यदायी संस्था आरवीएनएल ने जनवरी 2021 में काम को पूरा कर लिया। निरीक्षण करने के लिए रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान ने मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत के साथ सुबह दस बजे बरेली सिटी से निरीक्षण शुरू किया। इसके बाद इज्जतनगर स्टेशन पर विद्युत लाइन और यात्रियों की सुविधाओं को देखा। फिर भोजीपुरा स्टेशन पहुंचे। वहां उन्होंने सबसे पहले पावर सब स्टेशन (टीएसएस) का एक घंटे तक निरीक्षण किया। इसके बाद स्टेशन पर विद्युत लाइन को देखा। बाद में क्रॉसिंग, सिगनल और पैनल रूप का निरीक्षण किया। इसके बाद स्पेशल ट्रेन से आगे का निरीक्षण शुरू किया। रास्ते में पुल (आरओवी), रेलवे क्रॉसिंग (एलसी) का बारीकी से निरीक्षण किया और विद्युत लाइन की ऊंचाई चेक कराई। सेंथल स्टेशन के फुटओवर ब्रिज (एफओवी) के नीचे से गुजर रही विद्युत लाइन को देखा। निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत और कार्यदायी संस्था के महाप्रबंधक मनोज पांडेय से उन्होंने विद्युतीकरण को लेकर विशेष निर्देश दिए। इसके बाद बिजौरियां स्टेशन पहुंचे। यहां करीब सवा घंटा रुकने के बाद शाही स्टेशन पहुंचे। यहां भी विद्युतीकरण का निरीक्षण किया। यहां से जाने पर रास्ते में जहानाबाद क्रॉसिंग, देवहा नदी के पुल का निरीक्षण किया। करीब सवा छह बजे सीआरएस जंक्शन पहुंचे। जंक्शन पर मेन ट्रैक और यार्ड की ट्रैक की विद्युत लाइन को बारीकी से देखा। पावर सप्लाई की व्यवस्था देखी। पैनल रूम में ट्रेनों के संचालन का निरीक्षण किया। यहां 7:12 मिनट पर स्पीड ट्रायल शुरू हुआ। करीब आठ बजे बरेली सिटी पर पहुंचकर समाप्त हुआ।
पूजन के बाद दौड़ी सीआरएस स्पेशल
रेल संरक्षा आयुक्त ने बरेली से पीलीभीत तक विद्युतीकरण का निरीक्षण करने के बाद शाम को स्पीड ट्रायल किया। पीलीभीत में स्पीड ट्रायल से पहले इलेक्ट्रिक लोको को सजाया गया। विद्युत लाइन में 25 हजार वोल्ट का करंट भी छोड़ दिया गया। करंट छोड़ने के बाद सीआरएस ने करंट को चेक कराया। इसके बाद पंडित राहुल तिवारी ने विधि विधान से पूजा अर्चना की। सीआरएस मोहम्मद लतीफ खान, मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत और कार्यदाही संस्था के महाप्रबंधक ने नारियल तोड़ कर ट्रायल का उद्घाटन किया। इसके बाद लोको पायलट सुरेंद्र प्रताप सिंह और सहायक चालक मनीष कुमार अरुण 06:12 मिनट पर इलेक्ट्रिक सीआरएस स्पेशल ट्रेन को गार्ड डीके बिसारिया से हरी झंडी मिलते हुए चल पड़े।
15 दिन के बाद आएगी निरीक्षण की रिपोर्ट
सीआरएस निरीक्षण में विद्युतीकरण पास होने के कयास लगाए जा रहे है। एक अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सीआरएस को काम संतोषजनक मिला है। कार्यदायी संस्था ने काम को समय से पहले पूरा कर लिया है। 55 किलोमीटर के इस रेल खंड में निरीक्षण के दौरान कोई खामी नहीं मिली है। अब 15 दिन बाद निरीक्षण रिपोर्ट आएगी। रिपोर्ट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए रेलवे बोर्ड निर्णय लगा। बोर्ड से इज्जतनगर मंडल को निर्देश मिलते ही इलेक्ट्रिक ट्रेनों को संचालन शुुरू हो जाएगा।
रेल संरक्षा आयुक्त ने बारीकी से विद्युतीकरण काम का निरीक्षण किया है। निरीक्षण में काम संतोषजनक मिला है। निरीक्षण और स्पीड ट्रायल के बाद सीआरएस रिपोर्ट के आधार और रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार इलेक्ट्रिक ट्रेनों को संचालन किया जाएगा।
– राजेंद्र सिंह, पीआरओ, इज्जतनगर मंडल
पीलीभीत। बरेली रेल खंड पर विद्युतीकरण का काम जनवरी में पूरा होने के बाद इसको परखने के लिए रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने रविवार को निरीक्षण किया। बरेली सिटी से 55 किलोमीटर लंबे रेल खंड का आठ घंटे में निरीक्षण पूरा हुआ। शाम को पीलीभीत से स्पीड ट्रायल किया गया। अधिकारियों के मुताबिक विद्युतीकरण का काम संतोषजनक मिला है। ऐसे में होली तक इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने की उम्मीद है। विद्युत लाइन की क्षमता देखने के लिए सीआरएस ने इलेक्ट्रिक लोको लगी स्पेशल ट्रेन से 118 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रायल किया। इसमें 48 मिनट का समय लगा।
बरेली रेल खंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों को दौड़ने के लिए फरवरी 2020 में विद्युतीकरण का काम 66.5 करोड़ की लागत से शुरू हुआ था। कार्यदायी संस्था आरवीएनएल ने जनवरी 2021 में काम को पूरा कर लिया। निरीक्षण करने के लिए रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान ने मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत के साथ सुबह दस बजे बरेली सिटी से निरीक्षण शुरू किया। इसके बाद इज्जतनगर स्टेशन पर विद्युत लाइन और यात्रियों की सुविधाओं को देखा। फिर भोजीपुरा स्टेशन पहुंचे। वहां उन्होंने सबसे पहले पावर सब स्टेशन (टीएसएस) का एक घंटे तक निरीक्षण किया। इसके बाद स्टेशन पर विद्युत लाइन को देखा। बाद में क्रॉसिंग, सिगनल और पैनल रूप का निरीक्षण किया। इसके बाद स्पेशल ट्रेन से आगे का निरीक्षण शुरू किया। रास्ते में पुल (आरओवी), रेलवे क्रॉसिंग (एलसी) का बारीकी से निरीक्षण किया और विद्युत लाइन की ऊंचाई चेक कराई। सेंथल स्टेशन के फुटओवर ब्रिज (एफओवी) के नीचे से गुजर रही विद्युत लाइन को देखा। निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत और कार्यदायी संस्था के महाप्रबंधक मनोज पांडेय से उन्होंने विद्युतीकरण को लेकर विशेष निर्देश दिए। इसके बाद बिजौरियां स्टेशन पहुंचे। यहां करीब सवा घंटा रुकने के बाद शाही स्टेशन पहुंचे। यहां भी विद्युतीकरण का निरीक्षण किया। यहां से जाने पर रास्ते में जहानाबाद क्रॉसिंग, देवहा नदी के पुल का निरीक्षण किया। करीब सवा छह बजे सीआरएस जंक्शन पहुंचे। जंक्शन पर मेन ट्रैक और यार्ड की ट्रैक की विद्युत लाइन को बारीकी से देखा। पावर सप्लाई की व्यवस्था देखी। पैनल रूम में ट्रेनों के संचालन का निरीक्षण किया। यहां 7:12 मिनट पर स्पीड ट्रायल शुरू हुआ। करीब आठ बजे बरेली सिटी पर पहुंचकर समाप्त हुआ।
पूजन के बाद दौड़ी सीआरएस स्पेशल
रेल संरक्षा आयुक्त ने बरेली से पीलीभीत तक विद्युतीकरण का निरीक्षण करने के बाद शाम को स्पीड ट्रायल किया। पीलीभीत में स्पीड ट्रायल से पहले इलेक्ट्रिक लोको को सजाया गया। विद्युत लाइन में 25 हजार वोल्ट का करंट भी छोड़ दिया गया। करंट छोड़ने के बाद सीआरएस ने करंट को चेक कराया। इसके बाद पंडित राहुल तिवारी ने विधि विधान से पूजा अर्चना की। सीआरएस मोहम्मद लतीफ खान, मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत और कार्यदाही संस्था के महाप्रबंधक ने नारियल तोड़ कर ट्रायल का उद्घाटन किया। इसके बाद लोको पायलट सुरेंद्र प्रताप सिंह और सहायक चालक मनीष कुमार अरुण 06:12 मिनट पर इलेक्ट्रिक सीआरएस स्पेशल ट्रेन को गार्ड डीके बिसारिया से हरी झंडी मिलते हुए चल पड़े।
15 दिन के बाद आएगी निरीक्षण की रिपोर्ट
सीआरएस निरीक्षण में विद्युतीकरण पास होने के कयास लगाए जा रहे है। एक अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सीआरएस को काम संतोषजनक मिला है। कार्यदायी संस्था ने काम को समय से पहले पूरा कर लिया है। 55 किलोमीटर के इस रेल खंड में निरीक्षण के दौरान कोई खामी नहीं मिली है। अब 15 दिन बाद निरीक्षण रिपोर्ट आएगी। रिपोर्ट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए रेलवे बोर्ड निर्णय लगा। बोर्ड से इज्जतनगर मंडल को निर्देश मिलते ही इलेक्ट्रिक ट्रेनों को संचालन शुुरू हो जाएगा।
रेल संरक्षा आयुक्त ने बारीकी से विद्युतीकरण काम का निरीक्षण किया है। निरीक्षण में काम संतोषजनक मिला है। निरीक्षण और स्पीड ट्रायल के बाद सीआरएस रिपोर्ट के आधार और रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार इलेक्ट्रिक ट्रेनों को संचालन किया जाएगा।
– राजेंद्र सिंह, पीआरओ, इज्जतनगर मंडल