जेईई की परीक्षा देकर बाहर आते छात्र।
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
लखनऊ। देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई मेन) के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी बीटेक का पेपर हुआ। राजधानी के आधा दर्जन से अधिक केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया। पेपर मॉडरेट होने से विद्यार्थियों का परीक्षा का तनाव कम हुआ। फिजिक्स, केमिस्ट्री की अपेक्षा मैथ्स के सवाल ही थोड़ा कठिन रहे। ओवर ऑल पेपर बेहतर रहा है।
पहली पाली में सुबह 8 बजे से ही केंद्रों पर आईडी प्रूफ, प्रवेश पत्र आदि की जांच और मास्क, सैनिटाइजेशन के बाद विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया। थर्मल स्क्रीनिंग की गई। परीक्षा कक्ष में भी एक-एक सीट छोड़कर विद्यार्थियों को बैठाया गया। परीक्षा सुबह 9 से 12 बजे तक हुई। कमोवेश यही व्यवस्था दूसरी पाली में भी रही, जिसके लिए प्रवेश दोपहर 2 बजे से दिया गया। परीक्षा 3 से 6 बजे तक हुई। परीक्षा देकर निकले विद्यार्थियों ने भी व्यवस्था पर संतोष जताया। विद्यार्थियों ने बताया कि पेपर 11वीं व 12वीं स्टैंडर्ड का रहा है। कैलकुलेटिव और न्यूमेरिकल से जुड़े सवाल थोड़ा कठिन थे। ओवर ऑल पेपर बेहतर था। वहीं, इंजीनियरिंग विशेषज्ञों ने भी पेपर को मॉडरेट, लेकिन आसान बताया। केमिस्ट्री की अपेक्षा फिजिक्स कठिन था। मैथ्स पूर्व की तरह थोड़ा कठिन रहा है। केमिस्ट्री में इन ऑर्गेनिक से काफी सवाल पूछे गए थे। तीनों विषयों में पूरे विषय को कवर किया गया था। तीनों विषयों के पेपर बैलेंस थे। अगर विद्यार्थियों ने थोड़ी भी तैयारी की होगी तो उन्हें क्वालीफाई मार्क्स लाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
लखनऊ। देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई मेन) के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी बीटेक का पेपर हुआ। राजधानी के आधा दर्जन से अधिक केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया। पेपर मॉडरेट होने से विद्यार्थियों का परीक्षा का तनाव कम हुआ। फिजिक्स, केमिस्ट्री की अपेक्षा मैथ्स के सवाल ही थोड़ा कठिन रहे। ओवर ऑल पेपर बेहतर रहा है।
पहली पाली में सुबह 8 बजे से ही केंद्रों पर आईडी प्रूफ, प्रवेश पत्र आदि की जांच और मास्क, सैनिटाइजेशन के बाद विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया। थर्मल स्क्रीनिंग की गई। परीक्षा कक्ष में भी एक-एक सीट छोड़कर विद्यार्थियों को बैठाया गया। परीक्षा सुबह 9 से 12 बजे तक हुई। कमोवेश यही व्यवस्था दूसरी पाली में भी रही, जिसके लिए प्रवेश दोपहर 2 बजे से दिया गया। परीक्षा 3 से 6 बजे तक हुई। परीक्षा देकर निकले विद्यार्थियों ने भी व्यवस्था पर संतोष जताया। विद्यार्थियों ने बताया कि पेपर 11वीं व 12वीं स्टैंडर्ड का रहा है। कैलकुलेटिव और न्यूमेरिकल से जुड़े सवाल थोड़ा कठिन थे। ओवर ऑल पेपर बेहतर था। वहीं, इंजीनियरिंग विशेषज्ञों ने भी पेपर को मॉडरेट, लेकिन आसान बताया। केमिस्ट्री की अपेक्षा फिजिक्स कठिन था। मैथ्स पूर्व की तरह थोड़ा कठिन रहा है। केमिस्ट्री में इन ऑर्गेनिक से काफी सवाल पूछे गए थे। तीनों विषयों में पूरे विषय को कवर किया गया था। तीनों विषयों के पेपर बैलेंस थे। अगर विद्यार्थियों ने थोड़ी भी तैयारी की होगी तो उन्हें क्वालीफाई मार्क्स लाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।