मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
– फोटो : amar ujala
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यह अर्थव्यवस्था को गति देने एवं देश के हर नागरिक को आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य करेगा।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि अंत्योदय की भावना को साकार करता वर्तमान आम बजट अभिनंदन योग्य है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के उन्नयन में मील का पत्थर साबित होगा। इसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।
बता दें कि इस बार के बजट में आम करदाता के टैक्स स्लैब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। जबकि 75 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को राहत दी गई है। उन्हें अब टैक्स भरने की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार ने शहरी, ग्रामीण स्वच्छता के लिए बजट में प्रावधान किए हैं। स्वच्छ हवा के लिए भी सरकार ने अपना पिटारा खोला है। बजट में कई सरकारी कंपनियों के विनिवेश का भी एलान किया गया है। लेह में केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया जाएगा और अनुसूचित जाति के 4 करोड़ विद्यार्थियों को 35 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। बजट में इस साल राजकोषीय घाटा के 6.8 फीसदी तक रहने का अनुमान किया गया है।
यह अर्थव्यवस्था को गति देने एवं देश के हर नागरिक को आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य करेगा।
वर्तमान आम बजट लोक कल्याणकारी, सर्वसमावेशी तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ की मंशा के अनुरूप है।
बजट में किसान, मध्य वर्ग, गरीब, महिलाओं समेत प्रत्येक वर्ग का ख्याल रखा गया है।
यह अर्थव्यवस्था को गति देने एवं देश के हर नागरिक को आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य करेगा।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 1, 2021
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि अंत्योदय की भावना को साकार करता वर्तमान आम बजट अभिनंदन योग्य है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के उन्नयन में मील का पत्थर साबित होगा। इसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।
अंत्योदय की भावना को साकार करता वर्तमान आम बजट अभिनंदन योग्य है।
यह भारतीय अर्थव्यवस्था के उन्नयन में मील का पत्थर साबित होगा। इसके माध्यम से समाज के सभी वर्गों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 1, 2021
बता दें कि इस बार के बजट में आम करदाता के टैक्स स्लैब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। जबकि 75 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को राहत दी गई है। उन्हें अब टैक्स भरने की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार ने शहरी, ग्रामीण स्वच्छता के लिए बजट में प्रावधान किए हैं। स्वच्छ हवा के लिए भी सरकार ने अपना पिटारा खोला है। बजट में कई सरकारी कंपनियों के विनिवेश का भी एलान किया गया है। लेह में केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया जाएगा और अनुसूचित जाति के 4 करोड़ विद्यार्थियों को 35 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। बजट में इस साल राजकोषीय घाटा के 6.8 फीसदी तक रहने का अनुमान किया गया है।